
खुशियों की तलाश में निकले थे हम घर से,
दुःख ही मिला है हर मोड़ पर।
दिल में उदासी छाई है गहरी,
आँखों से आंसू बहते हैं बेख़बरी।
टूटे हुए ख्वाबों का बोझ है भारी,
ज़िन्दगी ये लगती है अब एक कहानी।
हँसते हुए चेहरे पर दर्द छुपा है,
कोई नहीं समझता ये दर्द कितना गहरा है।
दुनिया की भीड़ में तन्हा सा महसूस होता हूँ,
अपने ही ग़म में खोया सा रहता हूँ।